चन्द्रयान-3 पर कविता – चीन, अमेरिका भी थे परेशान पर पहुंचा आखिर हिंदुस्तान
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चन्द्रयान-3 पर कविता – चीन, अमेरिका भी थे परेशान पर पहुंचा आखिर हिंदुस्तान

बधाई वैज्ञानिकों को, बधाई इसरो को,
बहुत-बहुत बधाई अध्यक्ष सोमनाथ
बधाई पूर्व अध्यक्ष के. सिवन को,
सफलता में उनका भी बड़ा हाथ
सारी टीम हकदार बधाई की,

विपक्ष की एकता पर कविता: सारे इकट्ठे हैं पटना
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विपक्ष की एकता पर कविता: सारे इकट्ठे हैं पटना

क्या अजीब है ये घटना
सारे इकट्ठे हैं पटना,
एक नाम बस सूझा है
मोदी मोदी ही रटना
क्या…..

Yoga Poem: योग मिटाता संजोग रोग से
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Yoga Poem: योग मिटाता संजोग रोग से

आज दुनिया मना रही योग दिवस,
भारत की हो रही जय जयकार
मोदी जी के अथक प्रयासों से,
भारतीयता में रम रहा संसार

महाराणा प्रताप कविता – बस नाम ही काफी है
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महाराणा प्रताप कविता – बस नाम ही काफी है

ना कोई संज्ञा, ना सर्वनाम,
ना विशेषण का ही कोई काम
बस आन, बान और शान बोल दें,
या पुकारें राजस्थान

बाल विवाह कविता – हिंदी कविता
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बाल विवाह कविता – हिंदी कविता

बाल विवाह का मतलब साफ
जल्दी में शादी फुर्सत में पश्चाताप
कानून के तो यह है ही खिलाफ
प्रकृति विरुद्ध भी है यह पाप
पढ़ने, खेलने की उम्र में शादी,
जीवन भर का देती संताप
हमारी इस एक गलती का,

सरस्वती वंदना कविता – हंस वाहिनी वाणी दायिनी
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सरस्वती वंदना कविता – हंस वाहिनी वाणी दायिनी

सोच हमारी बिगड़ गई माते, बिगड़े बोल जुबां पर आए
केकई, द्रौपदी की जिव्हा पर आ मां तूने, बड़े-बड़े कई युद्ध कराए
पर अब उतर तू कृष्ण सी जिव्हा पर, एक और ज्ञान गीता जग चाहे
वेदव्यास सी बुद्धि दे माता, विवेकानंद सा ज्ञान रे

स्वच्छ भारत अभियान पर कविता | Poem on Swachh Bharat
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स्वच्छ भारत अभियान पर कविता | Poem on Swachh Bharat

परमाणु शक्ति है देश हमारा,
दुनिया में हम प्रथम लोकतंत्र कहलायें
आबादी में हम दूसरा नंबर,
बहुतायत में हैं खनिज संपदाऐं

नरेन्द्र मोदी पर कविता – मोदी जी के लिए अभिनंदन पत्र
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नरेन्द्र मोदी पर कविता – मोदी जी के लिए अभिनंदन पत्र

साधु महात्माओं सी जीवन शैली,
हिमालय तपस्या का दिखता असर
कुछ घंटे ही आप सोते हैं,
खाना-पीना सिर्फ जरूरत भर

Raksha Bandhan Par Kavita: उत्सव, पर्वों का देश हमारा
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Raksha Bandhan Par Kavita: उत्सव, पर्वों का देश हमारा

उत्सव, पर्वों का देश हमारा, हर सप्ताह मनाते हम त्यौहार 
पर जब आता है त्यौहार राखी का, भावनाओं का चढ़ता ज्वार

कृष्ण कविता – कृष्ण के गीता ज्ञान से
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कृष्ण कविता – कृष्ण के गीता ज्ञान से

बगैर गीता के भी हम जीवन जी रहे, शानदार दिन गुजर रहे
जरूरत कहां किसी भी ज्ञान की, कुत्ते तक अपना पेट भर रहे
मैं बात करूं अपने जैसों की तो, हमें जो करना था वह हम कर रहे