Guru Purnima: इस कविता के माध्यम से गुरु की महिमा, उनके ऐतिहासिक योगदान और आधुनिक भारत में उनकी भूमिका को दर्शाया गया है। ‘गुरु साक्षात परब्रह्म समान‘ की भावना को समर्पित यह रचना शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्रनिर्माण के गहरे संबंध को उजागर करती है। गुरु साक्षात परब्रह्म समानधर्म शास्त्र, स्मृति और वेद पुराणमर्यादा पुरुषोत्तम श्री […]
बलिदान नहीं अब सिर्फ इन्तकाम चाहिए | पहलगाम आतंकी हमला 2025 कविता
अब ना उरी, ना पुलवामा,
ना पहलगाम चाहिए,
मजहब पूछ कर मारी गोली,
और कितना कठिन इम्तिहान चाहिए
Holi Par Kavita – ऐसी हो अब की होली
Holi Par Kavita-काश ऐसी हो अब की होलीकहीं न चले कोई चाकू गोलीप्रेम भरी हो सबकी बोलीनफरत मिटे, मिटे अबोलीहर घर बने शुभ रंगोलीसुदृढ़ हो अर्थव्यवस्था देश की,फेलाना न पड़े कहीं झोलीकोई ना सोये खुले आसमान मेंसभी को सुगम हो एक सुंदर खोलीअगले ओलंपिक हों देश मेंहर खेल को मिले एक कोहलीपर्यावरण न बिगड़े फिजा […]
Holi Poem – ट्रंप खिलवा रहे दुनिया को होली
भारत को शायद पूर्व से
ही था अनुमान, तटस्थ रखा
सदा ही अपना स्थान,
टेरिफ घटे या बड़े अमेरिका से,
महाकुंभ 2025: महाकुंभ पर कविता
प्रयागराज, उज्जैनी, नासिक और हरिद्वार
बारह साल के अंतराल में,
कुंभ मेले लगते एक बार
पर प्रयागराज के इस महाकुंभ ने,
2025 New Year Shayari in Hindi
जनवरी में नए जन्म
की माने शुरुआत
फरवरी में फलें
फूलें आप दिन रात
सर्दी पर कविता – सर्दी हो गई बेदर्दी
सर्दी हो गई बेदर्दी
ना दिखाएं जवांमर्दी
दो के पहाड़े जैसी सीधी
आज बन गई 29 का पहाड़ा
राष्ट्रवाद पर कविता – अखंड भारत का सपना | जोश भर देने वाली देशभक्ति कविता
अखंड भारत का सपना,
चाणक्य ने कभी सजाया था
चंद्रगुप्त के माध्यम से,
भारत भव्य विशाल बनाया था
Hindi Kavita on Diwali | दिवाली पर कविता
फैल गयी दीपों की माला
मंदिर-मंदिर में उजियाला,
किंतु हमारे घर का, देखो,
दर काला, दीवारें काली!
Patriotic Poem in Hindi | स्वतंत्रता पर कविता हिंदी में
भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहिए
शासन प्रशासन में अनैतिक कोई अनुबंध ना हो
स्वतंत्र तो हो गए हम 47 में,
पर स्वतंत्र का मतलब स्वच्छंद ना हो










