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Hindi Diwas par Kavita – हिंदी ही हो हमारे स्वाभिमान की भाषा
संस्कृत जननी है विश्व भाषाओं की,
मानता है सारा संसार
हमारी क्षेत्रीय भाषाओं का भी,
संस्कृत ही है मूल आधार
देववाणी रही संस्कृत
नरेन्द्र मोदी पर कविता – मोदी जी के लिए अभिनंदन पत्र
साधु महात्माओं सी जीवन शैली,
हिमालय तपस्या का दिखता असर
कुछ घंटे ही आप सोते हैं,
खाना-पीना सिर्फ जरूरत भर
भारतीयता को मिले विस्तार, कोरोना की होगी निश्चित हार – कविता
कोरोना की होगी निश्चित हार शुभ ही शुभ घटता प्रकृति में, शुभ प्रकृति का, स्थायी व्यवहार। शुभ के लिए ही जन्मते धर्म, शुभ के लिए ही होते अवतार। सनातन धर्म है शुभ सदा से, विज्ञान को हमने माना आधार। शुभ संस्कृति में रहा समाहित, जिससे शुद्ध रहे आचार विचार। शुभ, शुद्ध और संयम का संतुलन,…
चन्द्रयान-3 पर कविता – चीन, अमेरिका भी थे परेशान पर पहुंचा आखिर हिंदुस्तान
बधाई वैज्ञानिकों को, बधाई इसरो को,
बहुत-बहुत बधाई अध्यक्ष सोमनाथ
बधाई पूर्व अध्यक्ष के. सिवन को,
सफलता में उनका भी बड़ा हाथ
सारी टीम हकदार बधाई की,
Raksha Bandhan Par Kavita: उत्सव, पर्वों का देश हमारा
उत्सव, पर्वों का देश हमारा, हर सप्ताह मनाते हम त्यौहार
पर जब आता है त्यौहार राखी का, भावनाओं का चढ़ता ज्वार
Poem on Swami Vivekananda in Hindi – विवेकानंद पर कलम चलाएं
त्रेता में राम, द्वापर में कृष्ण,
कलयुग में कबीर और विवेकानंद
महापुरुष जन्म लेते हैं सदियों में,
सदियों तक रहती उनकी सुगंध
19वीं सदी ऋणी स्वामी जी की,
जिनने अध्यात्म का मिटाया अंतर्द्वंद