चन्द्रयान-3 पर कविता

चन्द्रयान-3 पर कविता – चीन, अमेरिका भी थे परेशान पर पहुंचा आखिर हिंदुस्तान

बधाई वैज्ञानिकों को, बधाई इसरो को, बहुत-बहुत बधाई अध्यक्ष सोमनाथ बधाई पूर्व अध्यक्ष के. सिवन को, सफलता में उनका भी बड़ा हाथ सारी टीम हकदार बधाई की,
माँ पर कविता हरिवंश राय बच्चन

Motivational Poem in Hindi by Harivansh Rai Bachchan

निद्रा की मादक मदिरा पी, सुख स्वप्नों में बहलाकर जी, रात्रि-गोद में जग सोया है, पलक नहीं मेरी लग पाई! दीप अभी जलने दे, भाई! आज पड़ा हूँ मैं बनकर शव, जीवन में जड़ता का अनुभव, किसी प्रतीक्षा की स्मृति से ये पागल आँखें हैं पथराई!
दिनकर की देशभक्ति कविता- चूहे की दिल्ली यात्रा

दिनकर की देशभक्ति कविता – चूहे की दिल्ली यात्रा

चूहे ने यह कहा कि चूहिया! छाता और घड़ी दो, लाया था जो बड़े सेठ के घर से, वह पगड़ी दो। मटर-मूँग जो कुछ घर में है, वही सभी मिल खाना, खबरदार, तुम लोग कभी बिल से बाहर मत आना!
ब्राह्मण - मैथिलीशरण गुप्त 

ब्राह्मण – मैथिलीशरण गुप्त | हे ब्राह्मणों फिर पूर्वजों के तुल्य तुम

हे ब्राह्मणो! फिर पूर्वजों के तुल्य तुम ज्ञानी बनो, भूलो न अनुपम आत्म-गौरव, धर्म के ध्यानी बनो। कर दो चकित फिर विश्व को अपने पवित्र प्रकाश से,
क्षत्रिय - मैथिलीशरण गुप्त

क्षत्रिय – मैथिलीशरण गुप्त | हे क्षत्रियो! सोचो तनिक, तुम आज कैसे

हे क्षत्रियो! सोचो तनिक, तुम आज कैसे हो रहे; हम क्या कहें, कह दो तुम्हीं, तुम आज जैसे हो रहे। स्वाधीनता सारी तुम्हीं ने है न खोई देश की?
वैश्य - मैथिलीशरण गुप्त

वैश्य – मैथिलीशरण गुप्त | वैश्यो! सुना, व्यापार सारा मिट चुका

वैश्यो! सुना, व्यापार सारा मिट चुका है देश का, सब धन विदेशी हर रहे हैं, पार है क्या क्लेश का? अब भी न यदि कर्तव्य का पालन करोगे तुम यहाँ-
शूद्र - मैथिलीशरण गुप्त

शूद्र – मैथिलीशरण गुप्त | शूद्रो! उठो, तुम भी कि भारत-भूमि डूबी

शूद्रो! उठो, तुम भी कि भारत-भूमि डूबी जा रही, है योगियों को भी अगम जो व्रत तुम्हारा है वही। जो मातृ-सेवक हो वही सुत श्रेष्ठ जाता है गिना,
सुमित्रानंदन पन्त की कविताएँ

10 बेहतरीन सुमित्रानंदन पन्त की कविताएँ

1. मोह, 2. बादल, 3. स्त्री, 4. मधुवन, 5. काले बादल, 6. प्रथम रश्मि, 7. ताज, 8. कला के प्रति, 9. भारतमाता, 10. सुख-दुख
Ramdhari singh dinkar ki kavita

Ramdhari singh dinkar ki kavita – जियो जियो अय हिन्दुस्तान

जाग रहे हम वीर जवान, जियो जियो अय हिन्दुस्तान! हम प्रभात की नई किरण हैं, हम दिन के आलोक नवल, हम नवीन भारत के सैनिक, धीर, वीर, गंभीर, अचल।