Hindi Kavita: परिश्रम पर आलस्य भारी कामचोरी का संसार देख, आँखे भी हैरान है, परिश्रम की बात से भागते, क्यों लोग विकास से अंजान है। Jul 4, 2023Jul 24, 20231 Comment on Hindi Kavita: परिश्रम पर आलस्य भारीपरिश्रम