वृक्षारोपण: एक पेड़ लगाए मां के नाम | Hindi Kavita

वृक्षारोपण: एक पेड़ लगाए मां के नाम | Hindi Kavita

प्रधानमंत्री जी का है आव्हान
वृक्षारोपण का चल रहा अभियान
शासन प्रशासन के प्रयास तमाम
अनेक समस्याओं का समाधान

मां की तस्वीर नहीं रखता कमरे में मैं – छोटी सी कविता
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मां की तस्वीर नहीं रखता कमरे में मैं – छोटी सी कविता

मां की तस्वीर नहीं रखता
कमरे में मैं
वह बसती है यादों में मेरे
आंखों से बहती सांझ सबेरे

गुड़ी पड़वा ही हो नववर्ष हमारा | गुड़ी पड़वा व हिंदू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

गुड़ी पड़वा ही हो नववर्ष हमारा | गुड़ी पड़वा व हिंदू नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

प्रकृति में इसी समय,
नवीनता का होता सृजन
नव कपोलें उगती,
पुराने पत्तों का होता क्षरण..

Holi Poem in Hindi: काश ऐसी हो अब की होली
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Holi Poem in Hindi: काश ऐसी हो अब की होली

त्योहारों का देश हमारा
होली हमारा बड़ा त्यौहार
बजट बिगड़ जाता त्योहारों में
पर बिना बजट का यह त्यौहार

महाशिवरात्री पर कविता | Poem on Shiv in Hindi
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महाशिवरात्री पर कविता | Poem on Shiv in Hindi

फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी,
महाशिवरात्री का महात्योहार
सृष्टि का आरम्भ अग्नि लिंग से,
जो महादेव का असीम आकार

राम का कार्य हुआ पूर्ण – अब इसके आगे क्या | Hindi Kavita
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राम का कार्य हुआ पूर्ण – अब इसके आगे क्या | Hindi Kavita

राम अयोध्या वापस आए
दुनिया फिर दिवाली मनाएं
गांव गली हर घर मोहल्ला
राम हनुमान के ध्वज फहराये
मंदिर मंदिर उल्लास भया

आरएसएस का संदेश विशेष – एक धर्म, एक ध्वज, एक देश
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आरएसएस का संदेश विशेष – एक धर्म, एक ध्वज, एक देश

हिंदू संस्कृति, हिंदू जागृति,
हिंदु उत्थान और हिंदुस्तान
आरएसएस पर्याय हिंदुत्व का,
भारतीयता को दिलाता पहचान

चुनाव कविता – आखिर संपन्न हुए चुनाव | व्यंग्य
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चुनाव कविता – आखिर संपन्न हुए चुनाव | व्यंग्य

लोकतंत्र का महापर्व,
दुनिया जिस पर करती गर्व
जनता चाहती सुखद बदलाव
आखिर संपन्न हुए चुनाव…
5 साल का जनादेश,
जीवन भर फिर ऐश ही ऐश
नेता ओढ़ें संतों का वेष,
यद्यपि संत भी अब कहां शेष

सुरंग में फंसे मजदूरों की व्यथा – मजदूर पर कविता
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सुरंग में फंसे मजदूरों की व्यथा – मजदूर पर कविता

अब तो निकालिए सुरंग से मुझको,
मुझे अपने घर जाना है
किया था जो वादा परिवार से,
वह वादा निभाना है
निभाना है फर्ज बेटे का,
कर्ज पिता का मुझे चुकाना है