राम मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान दिए भाषण में मोदी जी ने कहा था “आज अयोध्या भूमि प्रत्येक राम भक्त और प्रत्येक भारतीय से कुछ सवाल कर रही है। श्रीराम का भव्य मंदिर तो बन गया, अब आगे क्या? सतयुग का इंतजार तो खत्म हो गया, अब आगे क्या?” इसी को शीर्षक लेकर कविता प्रस्तुत है।
राम का कार्य हुआ पूर्ण – अब इसके आगे क्या
राम अयोध्या वापस आए
दुनिया फिर दिवाली मनाएं
गांव गली हर घर मोहल्ला
राम हनुमान के ध्वज फहराये
मंदिर मंदिर उल्लास भया
अब इसके आगे क्या
पांच सौ वर्षो का था यह सपना
सौभाग्य हमारा, यह युग है अपना
सैकड़ो पीढ़ी तरस गई
लाखों ने दिया बलिदान जीवन का
राम मयी हुई देश दुनिया
अब इसके आगे क्या
ये सुने :
भावनात्मक मुद्दे सब हल हुए
अद्भुत नेतृत्व से हम सफल हुए
पर महंगाई बेरोजगारी जैसे मुद्दे
कुछ ज्यादा और जटिल हुए
काम चाहिए हर हाथ को
यहां सर्वाधिक हैं बेरोजगार युवा
अब इसके आगे क्या
नशा, अपराध और पश्चिमीकरण
विकास को लगाते पूर्ण ग्रहण
जनसंख्या वृद्धि नियंत्रित कर
अर्थव्यवस्था को करना होगा सुद्रण
चाइना अमेरिका से अब
आगे निकले हमारा इंडिया
अब इसके आगे क्या
प्रधानमंत्री जी ने किया आव्हान
दिव्य भव्य हो हिंदुस्तान
राम विवाद नहीं, हैं समाधान
देश को दें हम एक नई पहचान
भारत बनाएं अब नया-नया
अब इसके आगे क्या
अब सपना हमारा रामराज्य हो
दुनिया में भारत का साम्राज्य हो
सरकार और हमारे सामुहिक प्रयासों से
सर पर फिर विश्व गुरु का ताज हो
सब संभव है बस
राम हो हृदय में और मन में दया
अब इसके आगे क्या
अपने में हम कुछ करें सुधार
सकारात्मक हो हमारा हर व्यवहार
क्षेत्रवाद और जातिवाद मुक्त
अखंड भारत ही हो मात्र विचार
संपूर्ण देश अब बने अयोध्या
अब इसके आगे क्या
संयम नियम और अनुशासन से
स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुशासन से
संभव है स्वर्णिम भारत की कल्पना,
आज के ईमानदार शासन प्रशासन से
फिर प्रश्न स्वत: ही यह
हो जाएगा धुआं धुआं
अब इसके आगे क्या