अर्धनारीश्वर – रामधारी सिंह दिनकर – Rashtrakavi Dinkar

एक हाथ में डमरू, एक में वीणा मधुर उदार, एक नयन में गरल, एक में संजीवन की धार। जटाजूट में लहर पुण्य की शीतलता-सुख-कारी, बालचंद्र दीपित त्रिपुंड पर बलिहारी !…

कलम, आज उनकी जय बोल – रामधारी सिंह दिनकर | kalam aaj unki jai bol

 कलम, आज उनकी जय बोलकलम, आज उनकी जय बोल - रामधारी सिंह दिनकर | Kalam Aaj Unki Jai Bolजला अस्थियाँ बारी-बारीचिटकाई जिनमें चिंगारी,जो चढ़ गये पुण्यवेदी परलिए बिना गर्दन का मोल।कलम,…

रामधारी सिंह दिनकर जी की रचनाएँ – कविता दुनिया | Ramdhari Singh Dinkar Poems

रामधारी सिंह दिनकर जी की रचनाएँ | Ramdhari Singh Dinkar Poemsरामधारी सिंह दिनकर जी की रचनाएँ | Ramdhari Singh Dinkar Poemsएक हाथ में कमल, एक में धर्मदीप्त विज्ञान,ले कर उठनेवाला है धरती पर…