एक आशीर्वाद - दुष्यंत कुमार की कविता

8 Best Dushyant Kumar Poems | दुष्यंत कुमार की रचनाएँ

1. अब तो पथ यही है, 2. धर्म,
3. तीन दोस्त, 4. आग जलती रहे,
5. कौन यहाँ आया था,
6. वो आदमी नहीं है मुकम्मल..

माँ पर कविता हरिवंश राय बच्चन

अब मत मेरा निर्माण करो – हरिवंशराय बच्चन

तुमने न बना मुझको पाया,
युग-युग बीते, मैं न घबराया;
भूलो मेरी विह्वलता को,
निज लज्जा का तो ध्यान करो!

माँ पर कविता हरिवंश राय बच्चन
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इस पार – उस पार | हरिवंश राय बच्चन

इस पार, प्रिये, मधु है तुम हो,
उस पार न जाने क्या होगा
यह चाँद उदित होकर नभ में
कुछ ताप मिटाता जीवन का

Kadam Milakar Chalna Hoga

अपने ही मन से कुछ बोलें – अटल बिहारी वाजपेयी

क्या खोया, क्या पाया जग में
मिलते और बिछुड़ते मग में
मुझे किसी से नहीं शिकायत
यद्यपि छला गया पग-पग में

कच्ची सड़क - सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की कविता

Hindi Kavita: अगर कहीं मैं घोड़ा होता – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

अगर कहीं मैं घोड़ा होता
वह भी लंबा चौड़ा होता
तुम्हें पीठ पर बैठा कर के
बहुत तेज मैं दौड़ा होता