Short Poems about Time | Short Poem on Time
1. As The Time Draws Nigh
2. When I do count the clock
3. The Lapse Of Time
4. Endless Time
1. As The Time Draws Nigh
2. When I do count the clock
3. The Lapse Of Time
4. Endless Time
आँचल बुनते रह जाओगे,
ज़िंदगी और बता तेरा इरादा क्या है,
आदमी का आकाश,
ज़िंदगी एक रस, तन बचाने चले थे
1. अब तो पथ यही है, 2. धर्म,
3. तीन दोस्त, 4. आग जलती रहे,
5. कौन यहाँ आया था,
6. वो आदमी नहीं है मुकम्मल..
It was many and
many a year ago,
In a kingdom by the sea,
That a maiden there lived..
This poem reflects Milton’s
fascination with music,
harmony, and the divine.
If it is not my
portion to meet
thee in this life
then let me ever feel
तुमने न बना मुझको पाया,
युग-युग बीते, मैं न घबराया;
भूलो मेरी विह्वलता को,
निज लज्जा का तो ध्यान करो!
इस पार, प्रिये, मधु है तुम हो,
उस पार न जाने क्या होगा
यह चाँद उदित होकर नभ में
कुछ ताप मिटाता जीवन का
क्या खोया, क्या पाया जग में
मिलते और बिछुड़ते मग में
मुझे किसी से नहीं शिकायत
यद्यपि छला गया पग-पग में
अगर कहीं मैं घोड़ा होता
वह भी लंबा चौड़ा होता
तुम्हें पीठ पर बैठा कर के
बहुत तेज मैं दौड़ा होता