
मर्यादा पुरुषोत्तम राम पर कविता- राम की मर्यादा सीता का चरित्र
कंकर-कंकर, शंकर जहां पर, कण-कण में है भगवान, है राम से राम-राम तक, श्वाश-श्वाश में बसते राम ....... भारत तेरा स्वाभिमान है राम

अयोध्या राम मंदिर पर कविता: आखिर अयोध्या हुई राम की
राम इस देश के है,
ये देश राम का है
राममय है जीवन हमारा,
यह सामाजिक परिवेश राम का है
दिन की शुरुआत राम-राम से,
जीवन का अंत राम-नाम से
जो कुछ भी हम बन पाये अब तक,
यह अनुग्रह सर्वेश राम का है