Holi Poem in Hindi: काश ऐसी हो अब की होली
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Holi Poem in Hindi: काश ऐसी हो अब की होली

त्योहारों का देश हमारा
होली हमारा बड़ा त्यौहार
बजट बिगड़ जाता त्योहारों में
पर बिना बजट का यह त्यौहार

Motivational Kavita in Hindi | जीवन जीने की प्रेरणा देने वाली कविता

Motivational Kavita in Hindi | जीवन जीने की प्रेरणा देने वाली कविता

तुमने न बना मुझको पाया,
युग-युग बीते तुमने मै न घबराया,
भूलो मेरी विह्लता को,
निज लज्जा का तो ध्यान करो

सब कुछ बिकता है | हरिवंश राय बच्चन | Sab Kuch Bikta Hai

सब कुछ बिकता है | हरिवंश राय बच्चन | Sab Kuch Bikta Hai

यहाँ सब कुछ बिकत है,
दोस्तों रहना जरा संभाल के!
बेचने वाले हवा भी बेच देते है,
गुब्बारों में डाल के!!

मैं तूफ़ानों में चलने का आदी हूँ | गोपालदास नीरज

मैं तूफ़ानों में चलने का आदी हूँ | गोपालदास नीरज

मैं तूफ़ानों मे चलने का आदी हूँ..
तुम मत मेरी मंजिल आसान करो
हैं फ़ूल रोकते, काटें मुझे चलाते..
मरुस्थल, पहाड चलने की चाह बढाते..

सुभाष चंद्र बोस पर कविता | Netaji Subhash Chandra Bose Poem in Hindi
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सुभाष चंद्र बोस पर कविता | Netaji Subhash Chandra Bose Poem in Hindi

वह महाशक्ति सीमित होकर,
पलड़े में आन विराजी थी।
दूसरी ओर सोना-चांदी,
रत्नों की लगती बाजी थी॥

विपत्ति में विरोध में अडिग रहो अटल रहो | Ramdhari Singh Dinkar
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विपत्ति में विरोध में अडिग रहो अटल रहो | Ramdhari Singh Dinkar

विपत्ति में, विरोध में
अडिग रहो, अटल रहो,
विषम समय के चक्र में भी
साहसी प्रबल रहो।

महाशिवरात्री पर कविता | Poem on Shiv in Hindi
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महाशिवरात्री पर कविता | Poem on Shiv in Hindi

फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी,
महाशिवरात्री का महात्योहार
सृष्टि का आरम्भ अग्नि लिंग से,
जो महादेव का असीम आकार

आए जिस जिस की हिम्मत हो | Atal Bihari Vajpayee

आए जिस जिस की हिम्मत हो | Atal Bihari Vajpayee

हिन्दु महोदधि की छाती में
धधकी अपमानों की ज्वाला,
और आज आसेतु हिमाचल
मूर्तिमान हृदयों की माला।

परिचय – रामधारी सिंह दिनकर | Dinkar Ki Kavita

परिचय – रामधारी सिंह दिनकर | Dinkar Ki Kavita

सलिल कण हूँ, या पारावार हूँ मैं
स्वयं छाया, स्वयं आधार हूँ मैं
बँधा हूँ, स्वपन हूँ, लघु वृत हूँ मैं
नहीं तो व्योम का विस्तार हूँ मैं