4 Famous Poems about Mothers
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मां की तस्वीर नहीं रखता कमरे में मैं – छोटी सी कविता

मां की तस्वीर नहीं रखता
कमरे में मैं
वह बसती है यादों में मेरे
आंखों से बहती सांझ सबेरे

Maa Par Kavita
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Maa Par Kavita in Hindi | माँ की ममता जग से न्यारी | शम्भूनाथ तिवारी

अगर कभी मैं रूठ गया तो,
माँ ने बहुत स्नेह से सींचा।
कितनी बड़ी शरारत पर भी,
जिसने कान कभी ना खीँचा।

माँ पर कविता हरिवंश राय बच्चन
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माँ पर कविता हरिवंश राय बच्चन | Harivansh Rai Bachchan

आज मेरा फिर से
मुस्कुराने का मन किया,
माँ की ऊँगली पकड़कर
घूमने जाने का मन किया।

मनोज मुंतशिर की देशभक्ति कविताएं
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मनोज मुंतशिर कविता माँ | माँ की ममता हिंदी कविता

हिसाब लगा के देख लो 
दुनिया के हर रिश्ते में कुछ अधूरा आधा निकलेगा
एक मां का प्यार है 
जो दूसरों से 9 महीने से ज्यादा निकलेगा।