आ रही रवि की सवारी - हरिवंश राय बच्चन

आ रही रवि की सवारी – हरिवंश राय बच्चन

नव-किरण का रथ सजा है,
कलि-कुसुम से पथ सजा है,
बादलों-से अनुचरों ने
स्‍वर्ण की पोशाक धारी।

इंकार कर दिया - रामावतार त्यागी की कविता

इंकार कर दिया – रामावतार त्यागी की कविता

मेरे पीछे इसीलिये तो
धोकर हाथ पड़ी है दुनिया
मैंने किसी नुमाइश घर में
सजने से इंकार कर दिया।

Kadam Milakar Chalna Hoga

आओ मन की गांठें खोलें – अटल बिहारी वाजपेयी

यमुना तट, टीले रेतीले,
घास–फूस का घर डंडे पर,
गोबर से लीपे आँगन मेँ,
तुलसी का बिरवा, घंटी स्वर

हरिओम पवार की वीर रस की कविता

Hariom Pawar Kavita | हरिओम पवार की कविता

1. घाटी के दिल की धड़कन,
2. काला धन,
3. मै मरते लोकतन्त्र का बयान हूँ,
4. बागी हैं हम इन्कलाब के गीत सुनाते जायेंगे

वीर नारी पर कविता - नारी तू प्रयास कर

वीर नारी पर कविता – नारी तू प्रयास कर | प्रणिता मेश्राम

चल निकल प्रथस्त पथ पर,
इस धरती का अभिमान है तू।
हृदय भी दे दुआ जिसे देखकर,
उस मां की श्रवण कुमार है तू।