अखबार पर कविता

अखबार पर कविता – समाचार का ये ज़रा सा कागज़

समाचार का खज़ाना है यह अख़बार,
जो जग के रंग-मंच की कहानी सुनाए।
हर सुबह उठकर जब ये हाथों में आए,
दिल में उमंगों की बौछार चमक जाए।