कवि भूषण शिवाजी कविता – इन्द्र जिमि जंभ पर (भावार्थ के साथ)

कवि भूषण शिवाजी कविता – इन्द्र जिमि जंभ पर (भावार्थ के साथ)

साजि चतुरंग वीर रंग में तुरंग चढ़ि,
सरजा सिवाजी जंग जीतन चलत हैं 
‘भूषण’ भनत नाद विहद नगारन के,
नदी नद मद गैबरन के रलत है ।।

शिवाजी महाराज कविता हिंदी – रोहित सुल्तानपुरी  

शिवाजी महाराज कविता हिंदी – रोहित सुल्तानपुरी  

9 फरवरी 1630 जन्मे महाराष्ट्र दुर्ग शिवनेरी,
धन्य हुई धरती भारत की हम करते जयकार तेरी।
जिसका नाम नहीं मरता हर दिल में बस जाता है,
ऐसा वीर पुरूष क्षत्रपति शेर शिवाजी कहलाता है।