
कविता: योग फॉर वसुधैव कुटुम्बकम्
योग फॉर वसुधैव कुटुम्बकम्,
जीवन का उत्थान,
यहाँ आपको जीने का सही रास्ता सिखाता है
मानवता का पाठ पढाता है।

शिव पर कविता: नित्य नौकर तेरा रहूँगा
भोलेनाथ नाम तुम्हारा,
महादेव, शिव अपारा।
त्रिनेत्र धारी गंगाधार,
मन मोहित, रूप अनूप तुम्हारा।

संगीत पर कविता: जो चर्चा को बंद करवाता हैं
धुनों की मधुरता, ताल की मगनता,
संगीत जीवन का अमृत है बनता।
भावों का संगम, आत्मा का संगीत,
इसकी महिमा कोई कहने से पीछे नहीं रहता।

गर्मी पर कविता: Hindi Poem on Summer Season
धूप की छांव में बदल जाता हैं मौसम,
गर्मी की आग में जलता ये तन मन।
तपते हैं धरती के अंग शीतलता के लिए,
पानी की तलाश में भटकते हैं लोग यहां।

आत्मविश्वास पर कविता: जब अंधकार सब को घेर रहा हो
जगमगाती रात की गहराइयों में,
जब अंधकार सब को घेर रहा हो,
आत्मविश्वास की दीप्ति जगमगाए,
खुद को स्वीकार करो और सफर करो।

वक्त पर कविता – Hindi Poem on Time
वक्त जगाता है एक कवि को,
अनकही कहानियों को सुनाता है।
बीता हुआ कल लेकर आता है,
आने वाले कल की आशा जगाता है।

Pita Par Kavita: पिता के बिना नहीं हो सकता कोई जीवन
पापा की छाँव, प्यार और सम्मान,
जैसे निश्छल पत्थर की मुकुटधार।
जब मुसीबतें आईं, तब आप थे साथ,
बच्चों की भांति साथी रहे हर पल।

आईना पर कविता: आईना, जो मुझको मेरी रूप-रेखा बताता है
आईना, जो मुझको मेरी रूप-रेखा बताता है,
सच्चाई की रोशनी लेकर मेरा चेहरा छिपाता है।
यह दर्पण, मेरी अंतर्दृष्टि को प्रकट करता है,
मेरे भावों की प्रतिबिंबिति कर, सच्चाई बतलाता है।

Poem on Bachpan in Hindi: छोटी-छोटी चोंटें, मासूम मुस्कान
बचपन, वो अनमोल दौलत है,
खेल-खिलौने की वो मिठास है।
माँ के आँचल में छुपा जादू है,
खुशियों का पुलिंदा, वो अद्भुत दिन है।

Dosti Par Kavita: दोस्तों के संग सफर आसान हो जाता है।
दोस्ती का रंग चढ़ा आसमानों में,
मिल जाती है यहाँ हर दिल की मन्नतों में।
सच्ची दोस्ती की किरण चमकती है,
जीवन के सफर में अच्छाई बढ़ती है।