मेहनतकश पर कविता | मजदूर दिवसKavita Dunia | October 4, 2020 विधाता ने बनाई दुनिया,पर बाकी कुछ रखे बचा कर कामरंगहीन दुनिया में रंग भरने को,श्रमिक ही हैं दूसरे भगवान