तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार – शिवमंगल सिंह सुमन

तूफानों की ओर घुमा दो नाविक निज पतवार – शिवमंगल सिंह सुमन

आज सिन्धु ने विष उगला है
लहरों का यौवन मचला है
आज ह्रदय में और सिन्धु में
साथ उठा है ज्वार