सर्दी पर कविता - सर्दी हो गई बेदर्दी
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सर्दी पर कविता – सर्दी हो गई बेदर्दी

सर्दी हो गई बेदर्दी
ना दिखाएं जवांमर्दी
दो के पहाड़े जैसी सीधी
आज बन गई 29 का पहाड़ा