सावरकर पर अटल जी की कविता – जो बरसों तक सड़े जेल में
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सावरकर पर अटल जी की कविता – जो बरसों तक सड़े जेल में

जो बरसों तक सड़े जेल में, उनकी याद करें।
जो फाँसी पर चढ़े खेल में, उनकी याद करें।
याद करें काला पानी को,
अंग्रेजों की मनमानी को,
कोल्हू में जुट तेल पेरते,