बैठ जाता हूँ मिट्टी पे अक्सर – हरिवंश राय | baith jata hu mitti pe aksar

बैठ जाता हूँ मिट्टी पे अक्सर - हरिवंश राय बच्चनबैठ जाता हूँ मिट्टी पे अक्सर,  क्यूंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है।मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीका, चुपचाप से बहना और अपनी…