राम इस देश के है,
ये देश राम का है
राममय है जीवन हमारा,
यह सामाजिक परिवेश राम का है
दिन की शुरुआत राम-राम से, जीवन का अंत राम-नाम से जो कुछ भी हम बन पाये अब तक, यह अनुग्रह सर्वेश राम का है
एक अंश भी उतर आये किसी के जीवन मे, तो लगता है, यह अवतार विशेष राम का है हर सत्ता करती वादा रामराज्य का, मान कर की यह आदेश राम का है
ऐसे शंका उठाना जन्म स्थान पर, यह अपमान अखिलेश राम का है 500 वर्षों की गलती को सुधारा, जो जसोदती थी बाबर के गुलाम की
आखिर अयोध्या हुई राम की..
राम हमारे आराध्य देव है, विष्णु के सप्तम अवतार अभिवादन से मृत्यु शैया तक, राम नाम ही है आधार
मर्यादा पुरुषोत्तम है, वे सर्वोत्तम है,
दुनिया में जिनके प्रमाण हजार
इंडोनेशिया जैसे मुस्लिम देशों में भी,
जिनकी होती जय-जयकार
उन राम का अस्तित्व नकारना, हास्यास्पद था यह अत्याचार पूर्व में जैसे सूरज उगता है, पश्चिम में हिमालय का विस्तार
वैसे ही राम अयोध्या जन्मे थे, बेकार ही चल रही थी तकरार पर उलझे रहे 05 सदी तक, पूर्वज मर गये मनों को मार
नई पीढ़ी भी सबक यह सीखे, क्या हैसियत होती है गुलाम की आखिर अयोध्या हुई राम की
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आखिर अयोध्या हुई राम की