बदलाव करो निरंतर करो – सविता पाटिल

 बदलाव करो निरंतर करो - कविताबदलाव करो निरंतर करो - सविता पाटिलबदलाव करो, निरंतर करोपर उसमें कुछ बेहतर करोबदलाव हो जो जीवन सरल करेजड़ता को विरल करेबदलाव अज्ञानता से ज्ञान…