Poem on Swami Vivekananda in Hindi – विवेकानंद पर कलम चलाएं त्रेता में राम, द्वापर में कृष्ण, कलयुग में कबीर और विवेकानंद महापुरुष जन्म लेते हैं सदियों में, सदियों तक रहती उनकी सुगंध 19वीं सदी ऋणी स्वामी जी की, जिनने अध्यात्म का मिटाया अंतर्द्वंद Oct 10, 2020Aug 2, 20233 Comments on Poem on Swami Vivekananda in Hindi – विवेकानंद पर कलम चलाएंस्वामी विवेकानंद कविता